Mohanlal का घर बुर्ज खलीफा में भी है
Mohanlal तमिल, तेलुगु, हिंदी और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है।
India VlogMay 21, 2024आज बात करेंगे मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार माने जाने वाले मोहन लाल की इनके बारे में हैरान करने वाली बात यह है कि इनकी पहली फिल्म 25 सालों के इंतजार के बाद रिलीज हुई थी किसी जमाने में रेसलिंग चैंपियन रहे थे मोहनलाल और साथ ही यह आमी में लेफ्टिनेंट बनने वाले
लंबे करियर और सम्मान: मोहनलाल ने चार दशक से अधिक समय से 400 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है। उन्हें मलयालम सिनेमा में उनके योगदान के लिए जाना जाता है और उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री और तीसरे सर्वोच्च पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
अनेक भूमिकाओं में निपुण: शुरुआत में उन्हें खलनायक की भूमिकाओं के लिए जाना जाता था, लेकिन बाद में उन्होंने कॉमेडी और गंभीर भूमिकाओं दोनों में अपना जलवा बिखेरा। उन्हें अभिनय में निपुण माना जाता है।
विभिन्न भाषाओं में अभिनय: हालाँकि वह मुख्य रूप से मलयालम फिल्मों में काम करते हैं, लेकिन उन्होंने तमिल, तेलुगु, हिंदी और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है।
फिल्म निर्माण से परे: अभिनय के अलावा, मोहनलाल एक निर्माता, गायक, वितरक और निर्देशक भी हैं। वह भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं।
Mohanlal तमिल, तेलुगु, हिंदी और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है।
पहले एक्टर बन गए इनका एक घर बुर्ज खलीफा में भी है आइए आपको कहानी सुनाते हैं मोहन लाल की जो मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार
होने के साथ-साथ एक प्रोड्यूस सर हैं डायरेक्टर हैं लेफ्टिनेंट हैं रेसलर हैं और प्रोफेशनल जादूगर भी हैं इन सबके अलावा भी मोहनलाल अपनी शिपिंग कंपनी चलाते हैं साथ ही दुबई और भारत की कई रेस्टोरेंट चेंस के भी मालिक हैं मोहनलाल ने अपने चार दशकों के फिल्मी करियर में करीब 400 से भी ज्यादा हिंदी तमिल तेलुगु और मलयालम फिल्मों में काम किया फिल्म इंडस्ट्री में दिए गए इनके योगदान के लिए इन्हें 2001 में पद्मश्री और 2019 में पद्म भूषण से नवाजा जा चुका है मोहनलाल का जन्म 21 मई 1960 के दिन केरला में हुआ था उनके पिता केरला सरकार के लॉ सेक्रेटरी थे मामा जी ने ही उनका नाम पहले प्यारेलाल रखा फिर रोशन लाल रखा और बाद में मोहन लाल रखा इनका परिवार नायर सरनेम लगाता था लेकिन मोहन लाल के पिता ने उन्हें यह सरनेम नहीं
दिया 1977 78 में मोहनलाल ने केरला स्टेट रेसलिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और जीत हासिल की उनका सिलेक्शन नेशनल लेवल की रेसलिंग चैंपियनशिप में हुआ लेकिन फिल्मों में काम करने के जुनून में उन्होंने इसमें हिस्सा नहीं लिया मोहनलाल ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट भी हासिल कर चुके हैं मोहनलाल ने अपने दोस्तों मनि अन पिल्ला राजू सुरेश कुमार प्रियदर्शन और रवि कुमार के साथ मिलकर 1978 में थिरनोत्तम नाम की फिल्म बनाई थी फिल्म में उन्होंने खुद एक लीड रोल निभाया था हालांकि यह फिल्म सेंसरशिप के चलते 25 सालों तक रिलीज नहीं हो पाई 1978 की इस फिल्म को 2000 13 में रिलीज किया गया था इसके बाद मोहनलाल ने 1980 की फिल्म मंजिल विरजा पुक्कल में एक विलन का रोल निभाकर फिल्मों में अपना डेब्यू किया Who is the most powerful Malayalam actor
1983 तक मोहनलाल ने 25 फिल्मों में काम किया जिनमें से ज्यादातर में उन्होंने विलन के ही रोल निभाए 1984 की फिल्म इडे थंडा गुन्नू में हीरो बनकर मोहन लाल को स्टारडम हासिल हुआ और वह मलयालम फिल्मों के टॉप हीरो बनकर उभरे मोहनलाल हमेशा से ही मल्टी टैलेंटेड एक्टर रहे हैं जो नई चीज सीखने के साथ-साथ उनमें माहिर भी थे 2008 में मोहनलाल ने मशहूर जादूगर गोपीनाथ मुथुकड़ से 18 महीने की ट्रेनिंग लेकर स्केप आर्ट सीख लिया इसके बाद उन्होंने केरला पुलिस और स्टेट टूरिज्म डिपार्टमेंट के यूथ वेलफेयर प्रोग्राम में अपनी जादुई परफॉर्मेंस देने का फैसला किया इसमें दुनिया भर के 1000 बेहतरीन जादूगर बुलाए गए थे मोहनलाल को चेन से बांधा जाना था जिसके ताले की चाबी दर्शकों के बीच छुपाई जानी थी बंधे हुए मोहनलाल को एक जलते हुए गोल डिब्बे में डाला जाना था जहां से उन्हें ताला खोलकर बाहर आना था यह स्टंट इतना खतरनाक था कि शो में मौजूद फैंस ने उन्हें यह करने ही नहीं दिया बाद में उन्होंने शो में एक लड़की को हवा में उड़ाकर दिखाया था 2012 में मोहन लाल के खिलाफ वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत एक शिकायत दर्ज करवाई गई थी मोहन लाल के घर हुई इनकम टैक्स की रेड में उनके घर चार हाथी के दांत मिले थे पहले लोकल कोर्ट ने इस केस को खारिज कर दिया फिर मोहनलाल को हाई कोर्ट से भी राहत मिली गई इसके बाद एक आदमी ने पिटीशन फाइल करते हुए कहा था सरकार ने मोहनलाल की मदद की जिससे
उन्हें केस से राहत मिली हालांकि हाई कोर्ट ने पिटीशन खारिज करके इसे पब्लिसिटी स्टंट बताया था मोहनलाल फूड और रेस्टोरेंट बिजनेस में भी तगड़ी पकड़ रखते हैं दुबई में मोहनलाल की होटल चेन है जिनका नाम मोहन लालस टेस्ट बर्ड्स है यह बिजनेस उन्होंने 2002 से शुरू किया था इसके अलावा वह मिडिल ईस्ट में मसालों आचार करी पाउडर और ऐसी कई चीजें इंपोर्ट एक्सपोर्ट कर करते हैं इस बिजनेस को उन्होंने 2005 में शुरू किया है 2006 में मोहनलाल ने सीफूड रेस्टोरेंट शुरू किया है जिसका नाम है हार्बर मार्केट इसके अलावा एरनाकुलम में मोहनलाल का एक होटल भी है जिसका नाम है ट्रैवन कोर होटल मोहनलाल यून रॉयल मरीन एक्सपोर्ट लिमिटेड के भी मालिक हैं यह एक कोझीकोड में स्थित सीफूड एक्सपोर्ट कंपनी है रेस्टोरेंट और शिपिंग कंपनीज के अलावा मोहनलाल ने फिल्म प्रोडक्शन डिस्ट्रीब्यूशन और कई बिजनेस में भी इन्वेस्ट किया है मोहनलाल के पास वि स्माया मैक्स नाम का एक प्री और पोस्ट
प्रोडक्शन स्टूडियो भी है जिसका हेड क्वार्टर त्रिवेंद्रम में है डबिंग के लिए उन्होंने डबिंग आर्टिस्ट के लिए कॉलेज भी शुरू किया है 2009 में मोहन लाल को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल का मानद पद दिया गया है मोहनलाल ने खुद आमी में शामिल होने में दिलचस्पी दिखाई थी जिसके बाद वह टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा बने थे मोहनलाल भारत के पहले एक्टर हैं जो सेना में शामिल हुए मोहनलाल ने 28 अप्रैल 1988 के दिन तमिल फिल्म प्रोड्यूसर के बालाजी की बेटी सुचित्रा से शादी की थी लेकिन यह शादी होना आसान नहीं था जब के बालाजी ने अपनी बेटी सुचित्रा के लिए मोहनलाल को पसंद किया तो सुचित्रा ने इंकार कर दिया इस इंकार की वजह यह थी कि मोहनलाल 80 के दशक की ज्यादातर फिल्मों में विलन बने नजर आते थे कुछ समय बाद जब मोहनलाल हीरो बनकर आने लगे तो सुचित्रा के घर वालों ने हां कह दिया के बालाजी ने मोहनलाल के परिवार को बात आगे बढ़ाने के लिए घर बुलाया उन्होंने दोनों की कुंडलियां मिलवाने के लिए एक पंडित भी बुलाया था दोनों के घर वाले शादी के लिए राजी हो गए लेकिन अब दोनों की कुंडलियां ही नहीं मिली घर वाले
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धार्मिक थे तो उन्होंने अपने हाथ पीछे कर लिए रिश्ता टूटने से मोहनलाल अपने करियर में बिजी हो गए करीब 2 साल बाद उन्हें किसी ने खबर दी कि सुचित्रा उन्हें चाहती हैं और वह पिछले दो सालों से उनका इंतजार कर रही हैं यह सुनकर मोहनलाल को झटका लगा और उन्होंने घर वालों के जरिए फिर से रिश्ता भिजवाया जब दोबारा पंडित को बुलाया गया तो दोनों की कुंडलियां भी मिल गई अब सबको पता चला कि 2 साल पहले पंडित की गलती की वजह से ही दोनों की कुंडलियां नहीं नहीं मिल पाई थी आज की तारीख में इस कपल के दो बेटे हैं प्रणव और विस्मा या मोहनलाल अपने घर के साथ कोची में रहते हैं
जहां उनके थेवाराम कारा में दो आलीशान घर हैं इसके अलावा उनके चेन्नई ऊटी और महाबलीपुरम में भी कई घर हैं मोहनलाल ने दुबई के भुर्ज खलीफा में भी एक फ्लैट खरीद रखा है यह फ्लैट 19 में फ्लोर पर है दोस्तों अगर आगे भी आप इसी तरह बहुत सारे फिल्मी हस्तियों की कहानियां सुनना चाहते हैं तो आप हमें फ़ॉलो करे ऐसी कहानियां आपके लिए लेकर आते रहें अगर अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना मत भूलिए
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